दिवाली के समय हर घर में मिठाई के साथ-साथ हल्का, कुरकुरा और मसालेदार चिवड़ा जरूर बनता है। यह स्नैक न केवल चाय के साथ बल्कि फराळ बास्केट में भी बेहद लोकप्रिय है। हल्के पोहे, मूंगफली, मसाले और सूखे मेवे का मिश्रण इसे हर उम्र के लोगों का पसंदीदा बनाता है।
चिवड़ा क्या है?
चिवड़ा महाराष्ट्र और गुजरात का पारंपरिक दिवाली स्नैक है। इसे पोहा, मूंगफली, करी पत्ते, नारियल, मसालों और कभी-कभी सूखे नारंगी छिलकों के साथ बनाया जाता है। चिवड़ा हल्का, कुरकुरा और नमकीन-मीठे स्वाद का अद्भुत संयोजन होता है। यह स्नैक जल्दी तैयार हो जाता है और कई दिनों तक ताज़ा रहता है।
चिवड़ा बनाने की सामग्री (Ingredients)
- साबुत पोहा (पतला) – 2 कप
- मूंगफली – ½ कप
- तिल – 2 बड़े चम्मच
- भुना नारियल (कद्दूकस किया हुआ) – ½ कप
- कटी हुई सूखी नारंगी या किशमिश – ¼ कप (ऐच्छिक)
- हल्दी पाउडर – ½ चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – ½ चम्मच
- कड़ी पत्ता – 10–12 पत्ते
- नमक – स्वादानुसार
- चीनी – 1 बड़ा चम्मच (स्वादानुसार)
- तेल – तला करने के लिए
चिवड़ा बनाने की विधि (Step by Step Recipe)
- पोहा भूनना: एक भारी तले की कड़ाही में हल्का तेल डालें। पोहा डालकर धीमी आंच पर हल्का सुनहरा भूरा होने तक भूनें। भुने हुए पोहे को अलग रख दें।
- मसाले और मूंगफली तलना: उसी कड़ाही में थोड़ा तेल और कड़ी पत्ते डालें। मूंगफली और तिल डालकर हल्का भूरा होने तक भूनें।
- नारियल और सूखे मेवे मिलाना: अब कद्दूकस किया नारियल और सूखी नारंगी/किशमिश डालें। थोड़ी देर भूनें ताकि नारियल हल्का सुनहरा हो जाए।
- मसाला डालना: हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, नमक और चीनी डालें। अच्छी तरह मिक्स करें।
- पोहे मिलाना: भुने हुए पोहे डालें और धीरे-धीरे मिलाएं ताकि मसाले और पोहा अच्छे से मिक्स हो जाएँ।
- ठंडा करना: चिवड़ा तैयार है। इसे कमरे के तापमान पर ठंडा होने दें। ठंडा होने पर यह और क्रिस्पी बन जाता है।
सर्व करने के तरीके
चिवड़ा को एयरटाइट डिब्बे में स्टोर करें। यह 2–3 सप्ताह तक ताज़ा रहता है। दिवाली बास्केट में अलग बाउल में रखें और बच्चों या मेहमानों के लिए हल्का स्नैक के रूप में परोसें। चाय या कॉफी के साथ यह बहुत अच्छा लगता है।
चिवड़ा बनाने के प्रो टिप्स (Pro Tips)
- पोहा भूनते समय ध्यान रखें कि वह जल न जाए। हल्की सुनहरी होने तक भूनें।
- मसाले और चीनी का संतुलन सही रखें। ज्यादा मसालेदार या मीठा न हो।
- चिवड़ा पूरी तरह ठंडा होने के बाद स्टोर करें।
- साबुत पोहा इस्तेमाल करें ताकि चिवड़ा क्रंची और हल्का बने।
स्वाद में विविधता (Variations)
आप चिवड़ा में भुना मूँग दाल, काजू या पिस्ता डाल सकते हैं। कुछ लोग नारियल का तड़का भी डालते हैं। मीठा-नमकीन संतुलन अपने स्वादानुसार कर सकते हैं।
चिवड़ा का सांस्कृतिक महत्व
चिवड़ा महाराष्ट्र और गुजरात में दिवाली और अन्य त्योहारों में अनिवार्य स्नैक है। यह न केवल हल्का और स्वास्थ्यवर्धक होता है बल्कि त्योहार में हल्की नमकीन मिठास लाता है। पारिवारिक रिवाज़ में महिलाएँ मिलकर चिवड़ा बनाती हैं, जिससे त्योहार की खुशियाँ बढ़ती हैं।
पोषण जानकारी (Nutrition Information)
- कैलोरी (प्रति 50 ग्राम): लगभग 200 kcal
- कार्बोहाइड्रेट: 25 ग्राम
- फैट: 10 ग्राम
- प्रोटीन: 4 ग्राम
स्टोरेज और प्रेज़ेंटेशन
चिवड़ा को पूरी तरह ठंडा करके एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। नमी से बचाएं। गिफ्ट पैक बनाने के लिए छोटे पारदर्शी डिब्बे और रिबन का उपयोग करें। यह दिवाली बास्केट में आकर्षक और स्वादिष्ट स्नैक बन जाता है।
निष्कर्ष
हल्का, कुरकुरा और मसालेदार चिवड़ा दिवाली फराळ का जरूरी हिस्सा है। सही भुनाई, मसाले और सूखे मेवे इसे हर उम्र के लोगों के लिए परफेक्ट बनाते हैं। अगली रेसिपी में हम बनाएंगे लाडू – दिवाली की सबसे लोकप्रिय और पारंपरिक मिठाई।