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अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध 2025: ताजा घटनाक्रम और प्रभाव

परिचय

अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक संबंधों में उतार-चढ़ाव नया नहीं है। दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध 2018 से चल रहा है, लेकिन 2025 में यह और भी तीव्र हो गया है। अमेरिका और चीन विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं और इनके बीच व्यापारिक तनाव का प्रभाव केवल दोनों देशों तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है। इस लेख में हम अक्टूबर 2025 तक की प्रमुख घटनाओं और उनके वैश्विक प्रभावों पर चर्चा करेंगे।

अक्टूबर 2025 में ताजा घटनाक्रम

अक्टूबर 2025 में, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। चीन ने दुर्लभ पृथ्वी धातुओं और लिथियम बैटरी प्रौद्योगिकी के निर्यात पर नए प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे अमेरिका की तकनीकी उद्योगों में आपूर्ति संकट की आशंका बढ़ गई है।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 नवंबर से चीनी आयातों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी है। उनका कहना है कि चीन के निर्यात प्रतिबंधों के कारण अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में है। इस कदम से शेयर बाजार में उथल-पुथल मच गई है; S&P 500 में 2.7% की गिरावट आई है।

चीन ने अमेरिकी जहाजों पर प्रति यात्रा 400 युआन (लगभग $56) का शुल्क लगाने की घोषणा की है, जो 2028 तक बढ़कर 1,120 युआन ($157) हो जाएगा। यह कदम अमेरिका के समान शुल्क लगाने की योजना के जवाब में उठाया गया है।

अमेरिका के प्रमुख ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं ने फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन (FCC) के आदेश पर हुवावे, ZTE, और हिकविजन जैसी कंपनियों के इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की लिस्टिंग हटा दी है। FCC ने इन कंपनियों को “कवर्ड लिस्ट” में शामिल किया है, जिससे उनके उत्पादों की बिक्री प्रतिबंधित हो गई है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। कई देशों ने दोनों शक्तियों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस व्यापार युद्ध के परिणामस्वरूप वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में बदलाव आ सकता है, और विकासशील देशों को भी इसका असर महसूस हो सकता है।

प्रमुख क्षेत्रों पर असर

टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक्स

चीन ने अमेरिकी चिप निर्माता कंपनियों, जैसे कि क्वालकॉम और एनविडिया के खिलाफ एंटीट्रस्ट जांच शुरू की है। इसके अलावा, चीन ने अमेरिकी चिप्स की सीमा शुल्क जांच कड़ी कर दी है, जिससे इन कंपनियों के लिए चीनी बाजार में व्यापार करना मुश्किल हो गया है।

ऑटोमोबाइल

अमेरिका ने भारी ट्रकों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे चीनी ऑटोमोबाइल कंपनियों को अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा करने में कठिनाई हो रही है।

एनर्जी और बैटरी उद्योग

चीन ने लिथियम बैटरी प्रौद्योगिकी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे अमेरिका की इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को आपूर्ति संकट का सामना करना पड़ रहा है।

भविष्य के अनुमान

अक्टूबर अंत में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन में ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठक की संभावना है। हालांकि, व्यापारिक तनाव के कारण इस बैठक के होने पर संदेह है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव कम नहीं होता है, तो वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

निष्कर्ष

अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध 2025 में एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक और तकनीकी विवाद वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित कर रहे हैं। आने वाले सप्ताहों में, इन घटनाओं के वैश्विक अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव पड़ने की संभावना है। वैश्विक निवेशक, व्यापार और उद्योगों को सतर्क रहना चाहिए।

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